बून्दी(शशांक गौतम)। बूंदी महोत्सव के दौरान देशी विदेशी सैलानियों और शहर वासियों के लिए जैतसागर झील में बोटिंग शुरू की गई है। जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने बुधवार को नौका विहार कर इस सुविधा का शुभारंभ किया। बूंदी शहर में अब देशी विदेशी पर्यटक जैतसागर झील की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकेंगे और वोटिंग का भी लुफ्त उठा पाएंगे। बूंदी शहर की जैतसागर झील में पहली बार बोटिंग की सुविधा शुरू की गई है। इस दौरान फ्रांस, इजरायल और जर्मनी से बूंदी घूमने आए विदेशी सैलानियों ने भी पहली बार शुरू हुई बोटिंग का लुत्फ उठाया।
इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि शहर में आने वाले पर्यटक झील को देखने के साथ-साथ नौकायन का भी लुत्फ उठाएंगे वही जंगल सफारी में आने वाले पर्यटक झील का आनंद ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि पर्यटन क्षेत्र में बूंदी को आगे बढ़ाने की दृष्टि से इस क्षेत्र में जिप लाइन स्थापित करने सहित अन्य गतिविधियों के प्रस्ताव भी लिए गए हैं, जिनके शामिल होने से पर्यटन तेजी से बढेगा। जिला कलक्टर ने कहा कि जैतसागर चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा होने से झील का प्राकृतिक सौंदर्य सबको आकर्षित करता है। बूंदी महोत्सव के दौरान देशी विदेशी पर्यटकों तथा आमजन के लिए बोटिंग सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में झील के पूरे क्षेत्र को साफ कर बोटिंग का एरिया बढ़ाया जाएगा। मशीन के माध्यम से झील से कमल जडों को साफ करवाने का कार्य करवाया जाएगा। झील में नौकायन शुरू होने से बूंदी में पर्यटकों के ठहराव की अवधि बढेगी और पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा।
15 किलोमीटर की जंगल सफारी का नया रूट हुआ शुरू
महोत्सव के तहत आयोजित गतिविधियों के तहत रामगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में नए रूट की शुरुआत की गई है। जिला कलेक्टर ने 15 किलोमीटर के रूट का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले बूंदी उत्सव में देशी विदेशी सैलानियों का पूरा एक दिन जंगल सफारी के नाम रहेगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग की ओर से इस कार्य पर काफी मेहनत की गई, जो सराहनीय है। जंगल सफारी के नए रूट पर सैलानी सूरज छतरी, शिकार बुर्ज, प्राकृतिक ऐतिहासिक विरासत और वन्य जीव का अवलोकन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि जंगल सफारी को ठीकरदा तालाब तक बढ़ाने की कार्य योजना तैयारी की जा रही है।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने सूरज छतरी और शिकार बुर्ज का अवलोकन किया। उन्होंने सूरज छतरी के जीर्णोद्धार के संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा भी की। इस अवसर पर उपवन संरक्षक आरवीटीआर संजीव शर्मा ने बताया कि नौका विहार के लिए 225 रुपए प्रति व्यक्ति का शुल्क निर्धारित किया गया। उन्होंने बताया कि जंगल सफारी के नए रूट और बोटिंग सुविधा शुरू होने से यह क्षेत्र पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
इस अवसर पर नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल, नगर परिषद आयुक्त संतलाल मक्कड़, रेंजर हेमंत, पुरूषोत्तम लाल पारीक, पूर्व वन्य जीव प्रतिपालक विठठ्ल सनाढ्य, आनंद सनाढ्य, सर्वदमन शर्मा, युधिष्ठिर, जिप्सी चालक बी एल मीणा आदि मौजूद रहे।