संचिना कार्यशाला का दूसरा दिन, संभागियों को चित्र बनाने के प्रयोग सिखाये, मोहनपुरिया का सम्मान

शाहपुरा(मूलचन्द पेसवानी)। संचिना कला संस्थान की ओर से राउमावि में आयोजित चित्र कार्यशाला चित्राकंन के दूसरे दिन प्रसिद्व चित्रकार इकबाल हुसैन की अगुवाई में संभागियों को चित्रकला की बारिकियों के बारे में बताया गया। रेखाकंन के साथ चित्र कैसे बनाया जाए इसका प्रायोगिक करके बताया गया।

इससे पूर्व उदघाटन सत्र में राष्ट्रीय कवि डा कैलाश मंडेला ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। मंडेला ने कला की मानव जीवन की सार्थकता, सौंदर्य, और कला के संदर्भ में गहरे गूढ रहस्य की बात बतायी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बालक बालिका के भीतर कल्पना व सृजन की असीम संभावनाएं है।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के कला व्याख्याता अनिल मोहनपुरिया ने चित्र बनाने के लिए आवश्यक 6 एलीमेंट के बारे में तकनीकी ज्ञान कराते हुए संभागियों को चित्र बनाना सीखाया। उन्होने एबस्ट्रेट पेंिटग, आधुनिक कला के बारे में बताया।

कार्यशाला के दूसरे दिन पूर्व उप प्रधान बजरंगसिंह राणावत, अणुव्रत समिति के सोमेश्वर व्यास, चित्रकार महावीर राणा, संचिना अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक, महासचिव सत्येंद्र मंडेला, गीतकार ओमप्रकाश सनाठ्य, पुनित मंडेला, चंचल कुमार आदि मौजूद रहे। समारोह में अनिल मोहनपुरिया का संचिना की ओर से पगड़ी व दुपट्टा ओढा कर सम्मान किया गया।