जीवन साथी संग म‍ासिक बैठक व स्नेहमिलन कार्यक्रम मनाया

उदयपुर। ऐम बी कालेज पूर्व छात्र परिषद विगत 13 वर्ष से हर माह के अंतिम रविवार बैठक व स्नेह मिलन कार्यक्रम करता आ रहा है। इसी श्रंखला मे रविवार को कालेज के विवेकानन्द सभागार के आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता ऐटोमिक ऐनर्जी से सेवानिवृत्त ऐडि चीफ इंजी. ऐम पी जैन ने की।

सभी का स्वागत करते हुए महासचिव शांति लाल भंडारी ने कहा कि मासिक बैठक कालेज परिसर मे करने से सभी के दिलों दिमाग मे अपने जवानी के दिनों की यादें तरोताजा हो जाती है जो नवीन ऊर्जा का सृजन कर जोश व उमंग भर देती है। बीते दिनों की मधुर स्मृतियां सुखद ऐहसास दिलाती है।

परिषद के मीडिया प्रभारी प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ मे सचिव डा. आर के गर्ग ने गत माह का प्रतिवेदन प्रस्तुत कर सदन से स्वीकृत कराया, तद्पश्चात नये सदस्य ओम प्रकाश अग्रवाल वरिष्ठ मैनेजर (सेवानिवृत्त) पंजाब नेशनल बैक का तिलक माला पहनाकर स्वागत के साथ अप्रेल माह मे जन्में सदस्यों का बहुमान कर उनके सुदीर्घ जीवन की मंगलकामना की गइ।

आज विशिष्ठ वार्ता के अंतर्गत इंटेलिजेंस ब्यूरो मे सेवारत रहे गौतम कोठारी ने भारत चीन संबंधों पर समसामयिक जानकारी देते हुए कहा कि कालांतर ( नालंदा / तक्षशिला युग) मे ऐक दूसरे के पूरक रहे चीन - भारत आज प्रतिस्पर्धा के दौर मे सर्वोच्च बनने की होड़ मे लगे है।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों मे शांति लाल जैन ने विलुप्त होती संस्कृत व हिन्दी भाषा पर प्रेरक कविता, चंदन सिंह की कविता - कण कण मे छुपा है भगवान, प्रो महीप भटनागर की शब्द को परिभाषित करती अनुपम कविता, ऐम पी जैन का महिला सशक्तिकरण पर व्यंग्य, डा नरेश शर्मा  ने फिल्मी गीत - मंजिल वही है प्यार की राही बदल गये, सी ऐस छाजेड़ फिल्मी - फूलों के रंग से दिल की कलम से व प्रकाश तातेड़ की बचपन और पचपन की पहेलियां बूझने मे सभी ने उत्साह से भाग लिया।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे प्रो. महीप भटनागर ने कहा कि बाल कैंसर से निपटने मे संघर्ष कर रहे परिवारों का मनोबल बढाने हेतु आज ब्रेव हार्ट डे के रुप मे मनाते है व कैंसर से निजात पाने की खोज आज की महती आवश्यकता है। चीन मे अपने डेढ़ माह के दौरे के सरकारी संस्मरण सुनाते हुए उन्होंने कहा कि भारत चीन की तुलना मे अभी पिछड़ रहा है और विकास के टाप गियर मे आकर ही उसकी गति के समकक्ष आ पायेगा। धन्यवाद व राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम समाप्त कर सभी ने स्नेह भोज का आनंद लिया।